निसार अहमद तांत्रे १ फरवरी २०१९ को यूएई भाग गया था
दिसंबर २०१७ में कश्मीर में CRPF कैंप पर हुए हमले में ५ सैनिक हुतात्मा हुए थे, ३ आतंकी मारे गए थे

निसार के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था
निसार तांत्रे जैश के दक्षिणी कश्मीर का डिविजनल कमांडर नूर तांत्रे का भाई है। एनआईए लेथपोरा हमले की जांच कर रही है। एनआईए न्यायालय के स्पेशल जज ने निसार के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था, जिसके आधार पर उसे यूएई से लाया जा सका। माना जाता है कि नूर तांत्रे ने घाटी में जैश को पैर जमाने में मदद की। दिसंबर २०१७ में उसे एक मुठभेड में मार गिराया गया था।
हमले में शामिल था एक पाक आतंकी
लेथपोरा केस में ही पुलवामा के अवंतिपुरा निवासी फैयाज अहमद मैग्रे को फरवरी में गिरफ्तार किया जा चुका है। हमले में जिन तीन आतंकियों को मार गिराया गया था, उनकी पहचान त्राल निवासी फरदीन अहमद खांडे, पुलवामा के द्रुबग्राम में रहने वाले मंजूर बाबा और पाकिस्तानी आतंकी अब्दुल शकूर के तौर पर की गई थी। शकूर पाक के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के रावलकोट का रहने वाला था। फैयाज जैश का सक्रिय सदस्य था। उसी ने हमले में शामिल आतंकियों को छिपने का ठिकाना, हथियार और खुफिया जानकारियां मुहैया कराईं।
यूएई कर रहा मदद
पिछले वर्ष में यूएई कई भगोडों को भारत को सौंप चुका है। यूएई अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर खरीद के मामले में रिश्वतखोरी के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल, मामले में कथित दलाल दीपक तलवार के अलावा आईएसआईएस के समर्थकों, इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी अब्दुल वाहिद सिद्दिबापा और १९९३ मुंबई ब्लास्ट के आरोपी फारूख टकला जैसे आतंकियों को भारत को सौंप चुका है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
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