December,14,2017
हैदराबाद – आॅल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि भारत पर ‘हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान’ के आधार पर शासन नहीं किया जा सकता। ओवैसी ने एक समाचार का हवाला देते हुए ट्वीट किया कि उन्होंने बतौर सांसद उर्दू में तीन बार शपथ ली है और वह २०१९ में फिर ऐसा ही करेंगे।
हैदराबाद से लोकसभा सांसद ने ट्वीट कर कहा, ‘‘सांसद के तौर पर मैंने तीन बार उर्दू में शपथ ली है तो क्या यह असंवैधानिक है और इंशाल्लाह २०१९ में एक बार फिर उर्दू में शपथ लूंगा। भारत पर हिंदी, हिंदू और हिंदुस्तान के आधार पर शासन नहीं किया जा सकता।’’
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार (११ दिसंबर) को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि अगर पीएम मोदी को ऐसा लगता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने देशद्रोह किया है तो वो उनके खिलाफ एनआईए की जांच क्यों नहीं बैठाते या अवांछित गतिविधि (रोकथाम) अधिनिनयम या राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई क्यों नहीं करवाते। दरअसल पीएम मोदी ने गुजरात चुनावों के दौरान रैलियों में रविवार (१० दिसंबर) को यह आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेताओं के एक समूह ने मणिशंकर अय्यर के आवास पर पाकिस्तान के उच्चायुक्त के साथ बैठक की थी।
स्त्रोत : जनसत्ता
हिन्दू, हिंदी और हिंदुस्तान के बिना भारत का अस्तित्व ही नही है, यह आेवैसी ध्यान में लेना चाहिए !
क्या आेवैसी अरबी,उर्दू और पाकिस्तान के आधार पर शासन देखना चाहते है ? – सम्पादक, vsk odisha
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