- यदि एेसे ही चलता रहा, तो एक दिन त्राल का पाकिस्तान बनने में समय नहीं लगेगा !
- आतंक की राह पर जाने से रोकने में असफल मेहबुबा सरकार बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपती शासन लागू करें, एेसी राष्ट्रप्रेमीयों की मांग है
आतंकी बुरहान वानी को तो सुरक्षाबलों ने मार गिराया, परंतु उसका इलाका त्राल आतंक की नर्सरी बनता जा रहा है । इसी क्षेत्र के चार और युवक आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गए हैं ।
महबूबा सरकार ने आतंकियों की वापसी के लिए तो नीति बनाई परंतु युवाओं को आतंक की राह पर जाने से रोकने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया है । सूत्रों के अनुसार पिछले एक वर्ष में इस क्षेत्र के मोहम्मद आकिब खान, मुबशिर अहमद, गोहर वानी और अशफाक खान जैश में शामिल हुए ।
बताते हैं कि इन्हें कारी वकास उर्फ मुफ्ती वकास नाम के एक युवक ने बहकाया है । इस क्षेत्र में पिछले कुछ समय में मारे गए आतंकियों में बुरहान वानी का नाम सबसे ऊपर है । इसके अलावा सब्जार भट्ट, अबू लल्हारी, अबू दुजाना, उमर खालिद आदि आतंकी भी इसी क्षेत्र के थे । जो सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए ।
कारी, पीओके का रहने वाला है । जिसकी उम्र अभी लगभग २५ वर्ष है । यह भी पता चला है कि वह इस क्षेत्र में इन आतंकियों को अपने साथ रखकर ट्रेनिंग दे रहा है । हैरत की बात है कि कश्मीर में शांति का हल ढूंढने आए वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा भी अब तक त्राल नहीं गए । जम्मू कश्मीर के पूर्व डीजीपी एमएम खजूरिया ने कहा कि सरकार को इस क्षेत्र का विशेष अध्ययन कराना चाहिए ।
चार में से तीन युवक पढ़े लिखे
१. मोहम्मद आकिब खान त्राल के राजपुरा का रहने वाला है और मकेनिकल इंजीनियरिंग की है । आयु लगभग २२ वर्ष है ।
२. मुबशिर अहमद पुलवामा के ही त्राल, पशतूना गांव का रहने वाला है । अरैबिक मास्टर की पढाई की है । आयु लगभग २५ वर्ष है ।
३. गोहर वानी त्राल के ही हरमूदिर में रहने वाला गोहर ने बी टेक किया हुआ है । आयु लगभग २० वर्ष है ।
४ अशफाक खान त्राल के हंदूरा का रहने वाला है । वह दसवीं पास और कारपेंटर का काम सीख रहा था ।
स्त्रोत : अमर उजाला
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