विदेशी नेताओं की प्रतिमाओं के लिए भारत में कोई स्थान नहीं – हंसराज अहीर

नई देहली : त्रिपुरा में मार्क्‍सवादी क्रांति के शिखर पुरुष और रूसी क्रांति के नायक व्‍लादिमीर लेनिन की प्रतिमा ढहाए जाने को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने मंगलवार को कहा कि, ‘‘हम हर तरह की हिंसा की निंदा करते हैं और राज्य सरकार इस मामले को देख रही है । पंरतु मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत में विदेशी नेताओं की प्रतिमाओं की जरूरत नहीं है ।’’
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा, ‘इस देश में महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद, बी. आर. अंबेडकर, दीनदयाल उपाध्याय और राम मनोहर लोहिया जैसे कई बडे आदर्श पुरुष हैं ।’ उधर वरिष्ठ वामपंथी नेता सुरावरम सुधाकर रेड्डी ने त्रिपुरा में कम्युनिस्ट नेता व्लादिमीर लेनिन की मूर्ति गिराए जाने को आज घटिया दर्जे की हिंसा करार दिया । सीपीआई महासचिव ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर के इस बयान को बेतुका और बेमतलब बताया कि, भारत में विदेशी नेताओं की प्रतिमाओं के लिए कोई जगह नहीं है ।
दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया में रूसी क्रांति के नेता की मूर्ति गिराए जाने के मुद्दे पर रेड्डी ने कहा, ‘‘ यह भाजपा की घटिया दर्जे की हिंसा और तोडफोड है । यह सब योजनाबद्ध तरीके से किया गया है ।’’

आतंकवादी था लेनिन – सुब्रमण्यम स्वामी

अहीर से पहले भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस मामले पर टिप्पणी करते हुए लेनिन को आतंकवादी बताया था । लोकसभा से बाहर निकलने के दौरान मीडिया ने सुब्रमण्यम स्वामी से व्‍लादिमीर लेनिन की प्रतिमा बुल्डोजर से गिराए जाने और वायरल हो रहे वीडियो को लेकर सवाल किए । इस पर स्वामी ने जवाब देते हुए कहा- ‘लेनिन तो विदेशी है । एक प्रकार से आतंकवादी है । ऐसे व्यक्ति की हमारे देश में मूर्ति क्यों ? वो मूर्ति कम्यूनिस्ट पार्टी के मुख्यालय में रख सकते हैं और पूजा करें’ ।
स्त्रोत : झी न्युज

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