याकूब की फांसी पर सर्वोच्च न्यायालय ने की आधी रात को सुनवाई, राम मंदिर मामले में तारीख पर तारीख : मंत्री अनिल विज


अंबाला में मीडिया से बात करते हुए भी विज ने टिप्पणी दी कि, ‘यह याकूब मेमन मामले की सुनवाई के लिए आधी रात तक जागा रह सकता है और यह राम जन्मभूमि मालिकाना हक मामले की सुनवाई को तीन माह के लिए टाल सकता है जबकि करोडों लोग इसकी प्रतीक्षा कर रहे हैं !’
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद की जल्द सुनवाई करने की मांग को नकार देने के बाद कई संगठनों ने सर्वोच्च न्यायालय पर सवाल खडे किए हैं ! इसी कडी में हरियाणा के मंत्री अनिल विज का नाम भी आ गया है जिन्होंने न्यायालय पर तंज कसते हुए उसे ‘महान’ बताया है ! उन्होंने कहा कि न्यायालय मुंबई आतंकी हमले के दोषी याकूब मेमन की फांसी को टालने के अनुरोध पर देर रात भी सुनवाई कर सकता है।
अनिल विज ने ट्वीट कर इस वाक्य को दो बार लिखा, ‘सर्वोच्च न्यायालय महान है !’ उन्होंने कहा, ‘सर्वोच्च न्यायालय महान है ! चाहे तो २९ जुलाई २०१४ को १९९३ मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेनन की फांसी की सजा टालने के लिए न्यायालय का दरवाजा रात को खोल दे और चाहे तो राम मंदिर जिसके लिए करोडों भारतवासी टकटकी लगाए इंतजार कर रहे हों, उसको तारीख दे दे, सर्वोच्च न्यायालय महान है !’
सर्वोच्च न्यायालय ने ३० जुलाई २०१५ को याकूब मेमन मामले की सुनवाई देर रात में की थी। अंबाला में मीडिया से बात करते हुए भी विज ने इसी प्रकार की टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘यह याकूब मेमन मामले की सुनवाई के लिए आधी रात तक जागा रह सकता है और यह राम जन्मभूमि मालिकाना हक मामले की सुनवाई को तीन माह के लिए टाल सकता है जबकि करोडों लोग इसकी प्रतीक्षा कर रहे हैं !’
उन्होंने कहा कि देश के हर हिस्से के लोग चाहते हैं कि केन्द्र सरकार एक अध्यादेश लाये ताकि अयोध्या में यथाशीघ्र राम मंदिर का निर्माण हो सके। विज अपने विवादास्पद बयानों को लेकर जाने जाते हैं !
इससे पूर्व उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना घातक निपाह वायरस से की थी। उन्होंने लोगों को चेतावनी भी दी थी कि जो लोग गौमांस के बिना नहीं रह सकते, वे हरियाणा में प्रवेश ना करें !
स्त्रोत : आज तक

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