December 7, 2018
अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने की २६वीं बरसी पर गुरुवार को उत्तर प्रदेश स्थित अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी परिसर में कई पोस्टर नजर आए। इन पोस्टरों में ‘बाबरी मस्जिद दोबारा बनवाने की प्रतिज्ञा लेने’ और ‘अन्याय के खिलाफ खडे होने’ आदि की बात की गई थी। इनपर ‘स्टूडेंट्स’ असोसिएशन फॉर इस्लामिक आइडियोलॉजी, एएमयू यूनिट का नाम है। पोस्टरों पर लिखा है, ‘मस्जिद मस्जिद है और आखिरी वक्त तक रहेगी !’ इन पोस्टरों में कुरान की आयतों का भी उल्लेख है। एएमयू के मीडिया इंचार्ज एम शफी किदवई का कहना है कि चूंकि ये पोस्टर बिना अनुमती और पाठ्य सामग्री वेरिफाई करवाए बिना लगवाए गए हैं, इसलिए यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर के आदेश पर इन्हें हटा दिया गया है।
किदवई के अनुसार, इन पोस्टरों के बारे में जानकारी सुबह ११ बजे के करीब मिली। उनका यह भी कहना है कि इस संगठन के बारे में पहली बार सुना गया है। इस मामले में आगे क्या एक्शन लिया जाएगा, यह पूछने पर उन्होंने कहा, ‘पोस्टर में किसी का नाम या कॉन्टैक्ट नंबर का उल्लेख नहीं है। इसके अलावा, किसी ने कोई आपत्ति भी दर्ज नहीं कराई है !’
हालांकि, एएमयू के एक पीएचडी स्टूडेंट मुबाशिर ने कहा कि उन्होंने इन पोस्टरों को लगवाया ताकि ‘लोगों को बाबरी मस्जिद की याद दिलाई जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि आनेवाली पीढ़ियां इसे न भूलें !’ यह स्टूडेंट खुद को स्टूडेंट्स असोसिएशन फॉर इस्लामिक आइडियोलॉजी, एएमयू यूनिट का मीडिया इंचार्ज भी बताता है। मुबाशिर ने कहा, ‘हम अयोध्या में बाबरी मस्जिद दोबारा से बनवाने का समर्थन करते हैं। हमारा संगठन अलीगढ का है और इसके लखनऊ, आजमगढ़, अयोध्या और संभल में केंद्र हैं। हमारे संगठन के ३०० सदस्य हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हमारे २० सक्रिय सदस्य हैं !’
स्त्रोत : जनसत्ता
Comments
Post a Comment