आैर कितने सैनिकों को गंवाने के बाद सरकार आतंकियों के विरोध में सक्त कदम उठाएगी ?
जम्मू : जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के वारपोरा सोपोर क्षेत्र में शनिवार को आतंकवादियों ने एक सैनिक की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। सैनिक का नाम मोहम्मद रफीक याटू है। रफीक को गोली लगने के बाद तत्काल स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस वारदात को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया है।
रफी सेना की JAKLI रेजिमेंट में थे। छुट्टियां लेकर वह अपने घर आए थे। दैनिक भास्कर में छपे समाचार के अनुसार, एसएसपी सोपोर जावेद इकबाल ने कहा कि आतंकवादियों ने रफी पर प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोलीबारी की और उन्हें गंभीर चोटें आईं।
इस घटना से ध्यान में आता है कि, आज जिहादी आतंकवादी इस प्रकार हमारे सैनिकों की हत्या कर रहे है । परंतु जब भारतीय सेना या पुलिस आतंकियों के विरूद्ध अभियान चलाते है, ताे कश्मीर के स्थानिक धर्मांध सैनिकों पर पत्थरबाजी कर आतंकियों को भागने में सहायता करते है । जब किसी आतंकी का जनाजा निकलता है, तो हजारो की संख्या में जिहादी कश्मीरी इकठ्ठा हो जाते है । उस समय वे भारत तथा हिन्दूआें के विरूद्ध नारेबाजी भी करते है । अब भारतीय सैनिकों का बलिदान व्यर्थ ना जाए, इस हेतु जिहादी आतंकवाद तथा इन आतंकवादियों को सहायता करनेवालों को जड से उखाडने के लिए तुरंत प्रयास करने चाहिए ।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
Comments
Post a Comment